नई दिल्ली. राजधानी में पढ़े लिखे लोग भी अंधविश्वास में जकड़े हुए हैं. जिसकी वजह से वे गंभीर हालात में भी ऐसे काम कर बैठते हैं कि उन्हें बाद में पछताना पड़ता है. दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ऐसा ही एक मामला सामने आया है. जब एक बच्चे को कुत्ते ने काट लिया तो उसकी पढ़ी-लिखी मां ने उस पर लाल मिर्च लगा दी. जिसके बाद बच्चे की हालत बिगड़ गई.
एम्स के जेरिएट्रिक मेडिसिन विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विजय कुमार गुर्जर ने बताया कि एक हफ्ते पहले दिल्ली में ही बतौर टीचर काम कर रही महिला अपने छोटे बच्चे को लेकर एम्स पहुंची. वह बच्चा दर्द और जलन से चीख रहा था. जबडॉक्टरों ने बच्चे का पैर देखा तो उस पर लाल मिर्च पाउडर लगा हुआ था. बच्चे की मां ने बताया कि उसे कुत्ते ने काट लिया था. रेबीज फैलने के डर से बच्चे की दादी ने उस पर मिर्च पाउडर लगाने की सलाह दी और बच्चे की मां ने बिना सोचे-समझे उस पर मिर्च बुरक दी. जिससे बच्चे की त्वचा लाल पड़ गई और वह दर्द से कराहने लगा.
कुछ ही देर में बच्चे की हालत बिगड़ गई और उसे लेकर एम्स आना पड़ा. यह सुनकर एम्स के डॉक्टर भी हैरान रह गए. उन्होंने आनन-फानन में बच्चे के घाव को साफ करने के साथ ही उसे एंटी रेबीज टीके और अन्य इंजेक्शन दिए. जिसके बाद बच्चे को स्थिर हालत में लाया जा सका. यह बात डॉ. विजय ने ट्विटर पर भी शेयर की और लोगों से ऐसे हथकंडे न अपनाने की अपील की.
डॉ. विजय ने न्यूज18 हिंदी को बताया कि ऐसे मामले हर हफ्ते आते हैं. कुछ दिन पहले ही एक इंस्पेक्टर के पिताजी को सांप ने काट लिया तो वे उन्हें लेकर किसी बायगीर के पास गए और उसने उनके हाथ पर कई कट लगा दिए. जिसके बाद उनके पूरे शरीर में इंफेक्शन फैल गया. कई अस्पतालों में मना करने के बाद उन्हें आखिकार एम्स में लाया गया. जहां से ठीक होकर वे घर लौटे.
डॉ. विजय कहते हैं कि दिल्ली जैसे शहर में जहां पढ़े लिखे लोग रहते हैं और यहां हर बीमारी का इलाज भी मौजूद है, इसके बावजूद लोग किसी के भी द्वारा बोले-बताए गए उपायों को अपना लेते हैं. यह जानलेवा होने के साथ ही खतरनाक भी होता है. ऐसे में लोगों को जागरूक होने की जरूरत है.